प्रिय मित्रों जब किसी जातक के कुंडली में कालसर्प दोष निर्माण होता है तो जातक के तरक्की मे बाधक होता है, ये दोष राहु और केतु ग्रह के द्वारा निर्मित होता है। जब सारे ग्रह राहु और केतु के मध्य मे आ जाए तो यह कालसर्प दोष होता है। इस दोष का निवारण कर जातक के जीवन में तरक्की के मार्ग बनने लगते हैं।