प्रिय मित्रों वैदिक ज्योतिष में 27 नक्षत्रों का वर्णन आता है। प्रत्येक नक्षत्र की अपनी प्रकृति, स्वभाव, गुणधर्म और विशेषता होती है। इन 27 नक्षत्रों में से 6 नक्षत्र गंडमूल नक्षत्र कहे जाते हैं। ये छ: नक्षत्र है- अश्विनी, अश्लेषा,मघा, ज्येष्ठा,मूल एवं रेवती। गण्डमूल नक्षत्र में जन्म लेने वाला बच्चा शुभ प्रभाव में है तो वह समान्य बालक से कुछ अलग विचारों वाला होगा, ऐसे बालक तेजस्वी, यशस्वी एवं नित्य नव चेतन कला से प्रभावित रहता है। अगर बच्चा अशुभ प्रभाव में है तो इन नक्षत्रों में जन्मे बालक क्रोधी,ईर्ष्यावान एवं लंपट होगा।